Tuesday, October 14, 2025
जोहार झारखंड
#हजारीबाग में #प्रेरणा_अंशु
#जोहार_झारखंड।झारखंड में सर्वत्र प्रेरणा अंशु के लेखक, सहयोगी और रचनाकार हैं।
1980 से ,1984 तक #धनबाद के #दैनिक_आवाज और उसके बाद कुछ समय के लिए #रांची में #दैनिक #प्रभात_खबर में हमने #झारखंड, #आदिवासी_जनता और #मेहनतकश_आवाम के लिए पत्रकारिता की।तब झारखंड आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे #दिशमगुरु
#शिबू_सोरेन, कामरेड #एके_राय और
#विनोद_बिहारी_महतो।
हम संपादकीय में रात की ड्यूटी डेस्क पर करते थे और दिनभर रिपोर्टिंग। झारखंड के कोने कोने में तब बने रिश्ते आज पूरे पैंतालीस साल बाद भी अटूट हैं।
मैने लेखन या पत्रकारिता में पांच दशक बिता दिए। #उत्तराखंड में छात्र जीवन से लिखना शुरू किया।चिपको आंदोलन में पहाड़ के कोने कोने में गया।
चालीस साल बाहर रहने के कारण उत्तराखंड में मुझे अब बहुत कम लोग जानते हैं। जबकि झारखंड से संवाद की निरंतरता अब भी बनी है।
#शायद_मेरी_एकमात्र_उपलब्धि यही है।
हजारीबाग: ख्यात पर्यावरणविद् एवं खोरठा भाषा के कवि गीतकार श्री सुरेन्द्र प्रसाद सिंह प्रेरणा -अंशु सितंबर अंक का अवलोकन करते हुए।
हजारीबाग: खोरठा एवं हिंदी के कवि, लेखक श्री अनंत ज्ञान प्रेरणा -अंशु के सितंबर अंक का अवलोकन करते हुए।
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हजारीबाग: साथ ही हजारीबाग महिला महाविद्यालय की प्राध्यापिका कवयित्री श्रीमती डॉ प्रमिला गुप्ता, कवि प्रमोद रंजन, कवि संजय हजारीबाग को भी सितंबर अंक की प्रतियां अवलोकनार्थ भेंट की गई।
आदरणीय साथी Tara Pado Poddar जी ने ये चित्र भेजे हैं।
उनका आभार।
आप सभी का प्रेरणा अंशु परिवार में स्वागत है।
जनता के ज्वलंत मुद्दों पर हमें अपनी विधा में मौलिक अप्रकाशित रचनाएं नाम, पूरा पता,पिनकोड और मोबाइल नंबर के साथ सिर्फ मेल से भेजें।
Mail- prernaanshu@gmail.com
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