जब खाने को इस धरती पर बकरा , मुर्गा , कुत्ता , गधा , कव्वा , चमगादड़ , ud बिलाव , चूहा , मेंढक , सूअर , लोमड़ी , बन्दर , कॉकरोच आदि उपलब्ध है , तो गो भक्षण की ज़िद क्यों पकड़े हो । खुद तो बीफ पार्टी का ड्रामा कर , मिडिया में छपास की हवस पूरी कर छुप जाते हो , या मर जाते हो । पीछे निरीह दलित - मुस्लिमों को पिटने , मरने या गरियाये जाने का माहौल छोड़ जाते हो । जो भी खाना है , उसका ढोल क्यों पीटते हो ।धर्मांध संघियों के एजेंट हो क्या ।
Wednesday, January 20, 2016
Rajiv Nayan Bahuguna Bahuguna 7 hrs · जब खाने को इस धरती पर बकरा , मुर्गा , कुत्ता , गधा , कव्वा , चमगादड़ , ud बिलाव , चूहा , मेंढक , सूअर , लोमड़ी , बन्दर , कॉकरोच आदि उपलब्ध है , तो गो भक्षण की ज़िद क्यों पकड़े हो । खुद तो बीफ पार्टी का ड्रामा कर , मिडिया में छपास की हवस पूरी कर छुप जाते हो , या मर जाते हो । पीछे निरीह दलित - मुस्लिमों को पिटने , मरने या गरियाये जाने का माहौल छोड़ जाते हो । जो भी खाना है , उसका ढोल क्यों पीटते हो ।धर्मांध संघियों के एजेंट हो क्या ।
Pl see my blogs;
Feel free -- and I request you -- to forward this newsletter to your lists and friends!
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment