हमारे गणतंत्र की महानता ?
हमारे गणतंत्र की महानता ?
लेखक : पवन राकेश :: अंक: 12 || 01 फरवरी से 14 फरवरी 2011:: वर्ष :: 34 :February 8, 2011पर प्रकाशित
पवन राकेश भारत महान है। अब तो ओबामा, सरकोजी, जिंगताओ सबने कह दिया है कि भारत महान है। यह अलग बात है कि उनके महान मानने और हमारे महान मानने के अर्थ अलग-अलग हैं। उनको या और देशों को भारत इसलिये महान दिख रहा है कि वह एक बड़ा बाजार बन गया है, जहाँ जूते [...]
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बर्फ ज्यादा पड़ गयी तो…
लेखक : पवन राकेश :: अंक: 09 || 15 दिसंबर से 31 दिसंबर 2010:: वर्ष :: 34 :January 22, 2011 पर प्रकाशित
यूरोप मौसम के कहर से त्राहिमाम कह रहा है। आंध्र, केरल, चिन्नई बारिश के प्रकोप से काँप रहा है। उत्तराखण्ड में कभी भी बर्फबारी हो सकती है। मौसम विभाग बार-बार कह रहा है कि इस बार बारिश कम और हिमपात अधिक होने की संभावना है। पाला जबरदस्त पड़ ही रहा है। अगर उत्तराखण्ड में हिमपात [...]
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हम इस गणतंत्र के काबिल नहीं
लेखक : पवन राकेश :: अंक: 12 || 01 फरवरी से 14 फरवरी 2010:: वर्ष :: 33 :February 8, 2010पर प्रकाशित
मैं तय नहीं कर पा रहा हूँ कि हम इस गणतंत्र के लायक नहीं हैं या यह गणतंत्र हमारे लायक नहीं रह गया है। गणतंत्र-लोकतंत्र की जो परिभाषा हमने पढ़ी है वह बेमानी लगने लगी है। नई परिभाषा बनाने की जरूरत है। तंत्र और लोक का रिश्ता भेड़िये और मेमने का है जो मेमने को [...]
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वे हमें साधनों का सदुपयोग सिखा गये
लेखक : पवन राकेश :: अंक: 09 || 15 दिसंबर से 31 दिसंबर 2009:: वर्ष :: 33 :December 22, 2009 पर प्रकाशित
'चणक कभी नहीं मरेगा, वह तेरे रूप में जिन्दा रहेगा।' कौटिल्य से कहे उसके पिता के ये शब्द न जाने क्यों दिमाग से हट नहीं पा रहे हैं। 30 नवम्बर 2009, सोमवार को जब बाऊजी (मेरे पिता नरोत्तम कुमार लाम्बा) ने अपनी साँसें पूरी कीं, तब से रील की तरह चलती जीवन गाथा में यही [...]
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अमर रहे गणतंत्र हमारा
लेखक : पवन राकेश :: अंक: 12 || 01 फरवरी से 14 फरवरी 2008:: वर्ष :: 31 :February 14, 2008 पर प्रकाशित
'अमर रहे गणतंत्र हमारा' ……. ..26 जनवरी का नाम आते ही मन में यह भाव उठ ही जाता है। कई तरह के संकल्प-विकल्प मचलने लगते हैं। अपनी तमाम विसंगतियों के साथ सत्तावन साल से हम यह सपना रोज ही देखते हैं कि कब तंत्र पर गण का राज्य होगा और हम थोड़े चैन से जी [...]
ताजा अंक
जनमबार अंक -11
प्रशान्त राही का जज्बा अभी बरकरार है
By नैनीताल समाचार on September 19, 2011
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पशु-पक्षियों को आपदाओं का सहज नैसर्गिक पूर्वाभास होता है
By नैनीताल समाचार on September 19, 2011
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पहली बरसी पर गिरदा को याद किया
By नैनीताल समाचार on September 19, 2011
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कब बनेगा कोसी का तटबंध
By नैनीताल समाचार on September 19, 2011
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बकवास है पुनर्वास नीति
By पुरुषोत्तम शर्मा on September 19, 2011
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गढ़वाली लोकगीत : सतपुली की त्रासदी
By नैनीताल समाचार on September 19, 2011
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परियोजना, विस्थापन और पुनर्वास
By नैनीताल समाचार on September 18, 2011
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हरेला अंक-2011
By नैनीताल समाचार on August 2, 2011
By नैनीताल समाचार on August 16, 2011
By नैनीताल समाचार on August 16, 2011
होली अंक -2011
By नैनीताल समाचार on March 24, 2011
Category: आपदा, भ्रष्टाचार, विविध
By महेश जोशी on March 24, 2011
By नैनीताल समाचार on April 4, 2011
Category: विविध
By नैनीताल समाचार on April 5, 2011
Category: श्रद्धांजली, संस्मरण
By नैनीताल समाचार on April 5, 2011
Category: विविध, श्रद्धांजली, संस्मरण
By हरीश जोशी on April 4, 2011
Category: विविध
By चंदन बंगारी on April 5, 2011
Category: सांस्कृतिक गतिविधियां
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