करोडों हाथ अन्ना के साथ
सरकार के साथ हमारा भी एक अध्यक्ष होना चाहिए: अन्ना
71 साल के हजार और 20 साल के युवा साथ साथ
अन्ना के समर्थन में वर्चुअल जंग में उमड़े सितारे
अन्ना और सरकार में अब समिति के अध्यक्ष पर ठनी
मोदी की मांग आईपीएल में करें अन्ना का समर्थन
अन्ना की आंधी : देश भर में जारी है समर्थन का सिलसिला
अब अन्ना या आईपीएल, किसके साथ होगी जनता
अन्ना का अनशन, आंदोलन और हम लोग
बंदे में है दम: ... इसलिए अन्ना से डरती है सरकार, 13 से जेल भरो आंदोलन
अन्ना, आमिर खान, क्रिकेट और पाकिस्तान: हजारे ने हिला दी दिल्ली
भ्रष्टाचार के खिलाफ उमड़ा जनसैलाब
13 अप्रैल को अन्ना का जेल भरो आंदोलन
सच की आंच, अन्ना के समर्थन में उठे हजारों हाथ
फेसबुक और ट्विटर पर अन्ना को जमकर मिल रहा है समर्थन
भ्रष्टाचार के खिलाफ उठे हजारों हाथ
भ्रष्टाचार के खिलाफ हम भी अन्ना के साथ
अन्ना हजारे के अनशन से हरकत में आई सरकार
अन्ना की आंधी:महा पंचायत में बदला जंतर-मंतर
जन लोकपाल बिल को स्वीकार करने में हर्ज क्या
पब्लिक हीरो बने अन्ना, हजारों का सपोर्ट
इंटरनेट पर भी चला अन्ना का आंदोलन
जंतर-मंतर पर सिर्फ अन्ना.. अन्ना
अन्ना हजारे को शहर के लोगों का समर्थन
अन्ना के सुर में सुर मिलाने लगा सीकर
अन्ना हजारे को बॉलीवुड का समर्थन
दिल दिया है, जान भी दूंगा : अन्ना हजारे
अन्ना के पक्ष में अब सोनिया
जनता के बाद नेता भी अन्ना हजारे के समर्थन में आगे आए
भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे का अनशन
गेंद अब अन्ना हज़ारे के पाले में
अन्ना हज़ारे की ओर से केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल से मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल, स्वामी अग्निवेश और किरण बेदी ने कहा है कि बातचीत में कुछ प्रगति हुई है.
पत्रकारों के साथ बातचीत में स्वामी अग्निवेश ने कहा, "हमने सरकार को अपना मसौदा किया था. अब सरकार की ओर से हमें मसौदा मिला है. हम इसे लेकर अन्ना हज़ारे के पास जा रहे हैं."
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में अन्ना हज़ारे ही कोई आख़िरी फ़ैसला करेंगे और लोगों को सूचित करेंगे. इसके आगे उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. स्वामी अग्निवेश, अरविंद केजरीवाल और किरण बेदी ने कहा कि वे अन्ना हज़ारे के दूत हैं और फ़ैसला अन्ना हज़ारे को ही करना है.
हमने सरकार को अपना मसौदा किया था. अब सरकार की ओर से हमें मसौदा मिला है. हम इसे लेकर अन्ना हज़ारे के पास जा रहे हैं
स्वामी अग्निवेश
इससे पहले लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार करने को लेकर आमरण अनशन पर बैठे अन्ना हज़ारे ने कहा कि संयुक्त समिति में नागरिक समाज और सरकार के आधे-आधे सदस्यों को लेकर सहमति हो गई है.
इस समय अन्ना हज़ारे की ओर से किरण बेदी, स्वामी अग्निवेश, अरविंद केजरीवाल और प्रशांत भूषण की केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल से बातचीत चल रही है.
अन्ना हज़ारे ने बताया कि सरकार ने जो प्रस्ताव रखे हैं, उसके मुताबिक़ वे नागरिक समाज का चेयरमैन रखने की बात मान गए हैं लेकिन उनका कहना है कि इस समिति में कोई मंत्री नहीं रहेगा, सिर्फ़ सचिव ही रहेंगे.
जंतर-मंतर पर लोगों को संबोधित करते हुए अन्ना हज़ारे ने कहा, "हम नहीं चाहते कि समिति में कोई मंत्री नही रहे क्योंकि जब मसौदा कैबिनेट में जाएगा, तो वे मना कर सकते हैं."
जनता की आवाज़ आपके कानों तक आई है. आप बहरे बनकर आओगे तो जनता ही सबक सिखाएगी. ये विधेयक बन कर रहेगा. हमने बलिदान की तैयारी कर रखी है
अन्ना हज़ारे
अन्ना हज़ारे ने कहा कि उनकी मांग है कि समिति में पाँच मंत्री रहें और नागरिक समाज के पाँच लोग होंगे.
उन्होंने कहा, "समिति में हमारे पाँच लोग भी होंगे. उनके एक चेयरमैन के अलावा हमारा एक सह चेयरमैन होगा. इसके बाद शासकीय आदेश निकाल दिया जाए."
हालाँकि अन्ना हज़ारे ने स्पष्ट कर दिया कि वे सरकार के सामने झुक नहीं रहे. उन्होंने कहा- सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं. उन्होंने कहा कि ये जनता की आवाज़ है, अन्ना की आवाज़ नहीं.
अन्ना हज़ारे ने कहा, "जनता की आवाज़ आपके कानों तक आई है. आप बहरे बनकर आओगे तो जनता ही सबक सिखाएगी. ये विधेयक बन कर रहेगा. हमने बलिदान की तैयारी कर रखी है."
उन्होंने उम्मीद जताई कि शनिवार तक सरकार का दिमाग़ पूरी तरह जगह पर आ जाएगा.
अन्ना हज़ारे ने कहा, "घबराने की कोई आवश्यकता नहीं. अनशन को चार दिन हो गए हैं और छह दिनों तक कुछ नहीं होगा. आपका जो उत्साह है. मुझे और प्रेरणा मिल रही है, ऊर्जा मिल रही है."
घबराने की कोई आवश्यकता नहीं. अनशन को चार दिन हो गए हैं और छह दिनों तक कुछ नहीं होगा. आपका जो उत्साह है. मुझे और प्रेरणा मिल रही है, ऊर्जा मिल रही है
अन्ना हज़ारे
उन्होंने जनता से अपील की कि वे आंदोलन की आग को कभी बुझने नहीं दें. क्योंकि असंख्यक प्रश्न है. लोकपाल के बाद भी हमारे सामने कई प्रश्न हैं, जिनके बारे में सोचना पड़ेगा.
दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने कहा कि अन्ना हज़ारे की कुछ मांगें ग़ैरवाजिब हैं.
दिल्ली में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, "सरकार ऐसी कोई परंपरा की शुरुआत नहीं कर सकती, जिसमें नागरिक समाज के किसी व्यक्ति को किसी समिति का अध्यक्ष बन जाए और कोई मंत्री उसके अधीन काम करे."
उन्होंने कहा कि आप नारों के ज़ोर पर हुकूमत नहीं चला सकते. अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कल अगर कोई और ऐसी मांग करेगा, तो सरकार क्या करेगी.
सरकार ऐसी कोई परंपरा की शुरुआत नहीं कर सकती, जिसमें नागरिक समाज के किसी व्यक्ति को किसी समिति का अध्यक्ष बन जाए और कोई मंत्री उसके अधीन काम करे
अभिषेक मनु सिंघवी
इस बीच वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने अन्ना हज़ारे ने अपील की है कि वे अपनी भूख हड़ताल ख़त्म कर दें. प्रणब मुखर्जी ने अन्ना हज़ारे को अनौपचारिक समिति में शामिल होकर लोकपाल विधेयक तैयार करने में मदद करने का न्यौता भी दिया.
लेकिन सरकार और अन्ना हज़ारे समर्थकों के बीच मसौदा तैयार करने के लिए संयुक्त समिति के गठन पर अधिसूचना को लेकर अब भी मतभेद क़ायम है.
अन्ना हज़ारे ने कहा है कि अगर लोकपाल विधेयक पर सहमति नहीं बनती तो 12 अप्रैल से जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा.
मांग ख़ारिज
शुक्रवार को केंद्रीय दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने अधिसूचना जारी करने की हज़ारे समर्थकों की मांग को ठुकरा दिया. उन्होंने इस मांग को ठुकरा दिया कि नागरिक समाज के प्रतिनिधियों में से किसी को समिति का चेयरमैन बनाया जाए.
क़ानून बड़े कमज़ोर हैं, डर नहीं लगता भ्रष्टाचार करने वालों को. दूसरे सरकार चलाने वाले बहुत से लोग भ्रष्टाचारियों का साथ देते हैं. तीसरा कारण है कि देश में आज़ादी के बाद से सत्ता का विकेंद्रीकरण नहीं होना. गांधी जी कहते थे कि जबतक विकेंद्रीकरण नहीं होगा, जनता के हाथ में शासन नहीं आएगा
अन्ना हज़ारे
पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा, "अधिसूचना को लेकर सरकार के पक्ष में कोई बदलाव नहीं आया है. ज़्यादा से ज़्यादा क़ानून मंत्रालय की ओर से एक आधिकारिक पत्र जारी किया जा सकता है."
दूसरी ओर अन्ना हज़ारे के अनशन के पक्ष में लगातार समर्थन बढ़ रहा है. शुक्रवार को अन्ना के साथ मंच पर खई नामी-गिरामी चेहरे नज़र आए.
फ़िल्म कलाकार अनुपम खेर, प्रीतीश नंदी, योगगुरु बाबा रामदेव, संगीतकार विशाल, अभिनेता टॉम अल्टर ने दिल्ली आकर अन्ना हज़ारे से मुलाक़ात की और उनके अनशन के प्रति अपना समर्थन जताया.
बाबा रामदेव ने वहाँ मौजूद लोगों की भीड़ को संबोधित किया और मेरा रंग दे बसंती चोला....गाना भी गाया. उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वो भ्रष्ट लोगों को फाँसी पर चढ़ा दे ताकि कोई और भ्रष्टाचार न कर पाए.
इस बीच अमिताभ बच्चन ने भी अपने ब्लॉग पर अन्ना हज़ारे के प्रति समर्थन व्यक्त किया. अपने ब्लॉग पर उन्होंने लिखा है- मैं हमेशा उन मुद्दों का समर्थन करता रहा हूँ, जिससे देश का भला होता है. हर दिन मुझे अपनी छत पर चढ़कर लोगों को भाषण देने या अपने देश के लिए प्यार को प्रदर्शित करने के लिए चिल्लाने की आवश्यकता नहीं.
कई जाने-माने उद्योगपतियों ने भी अन्ना हज़ारे के प्रति समर्थन व्यक्त किया है. इनमें प्रमुख हैं- बजाज ऑटो के चेयरमैन राहुल बजाज और गोदरेज ग्रुप के चेयरमैन आदि गोदरेज.
प्रणब के नाम पर एतराज़: अन्ना
लोकपाल बिल की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर चार दिन से आमरण अनशन पर बैठे अन्ना हज़ारे ने प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अलग-अलग पत्र लिखे है.
प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र में अन्ना हज़ारे ने प्रस्तावित साझा कमिटी के अध्यक्ष पद पर वित्त मंत्री प्रणब मुख़र्जी के नाम पर आपत्ति जताई है और कहा है कि इस पद पर किसी गैर राजनीतिक व्यक्ति को होना चाहिए.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने बृहस्पतिवार को हमें बातचीत के लिए आंमत्रित किया था. इस बैठक में स्वामी अग्निवेश और अरविंद केजरीवाल गए थे.
अन्ना हज़ारे ने इस पत्र में बातचीत के मुद्दों का ब्यौरा प्रधानमंत्री को दिया है.
अन्ना हज़ारे ने लिखा है कि सरकार लोकपाल बिल तैयार करने के लिए साझा कमेटी के गठन को लेकर सहमत हो गई है और इसमें सिविल सोसाइटी के 50 फीसदी लोग शामिल होगे.
सरकार इस बात पर भी सहमत हो गई है कि ये कमेटी लोकपाल बिल का मसौदा समय के भीतर तैयार कर लेगी ताकि संसद के मानसून सत्र में इसे पेश किया जा सके.
आपत्ति
अन्ना हज़ारे ने प्रस्तावित कमिटी के अध्यक्ष का तौर पर प्रणव मुख़र्जी के नाम पर अपनी असहमति जताते हुए कहा है कि हालांकि उनके नाम को भी लोग आगे ला रहे हैं लेकिन उनका ऐसा कोई इरादा नहीं है.
साथ ही अन्ना हज़ारे ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीशों जेएस वर्मा या संतोष हेगड़े के नाम सरकार को सुझाए हैं और अपील की है कि सरकार इस मुद्दे पर दोबारा विचार करे
अन्ना ने प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र में कहा कि जिन भी मुद्दों पर चर्चा की गई उन पर अधिसूचना जारी की जाए या एक आधिकारिक सरकारी आदेश जारी किया जाए.
इसमें ये स्पष्ट हो कि एक कमेटी का गठन किया जा रहा है, इस कमेटी के अध्यक्ष और सदस्यों के नाम और इस कमेटी के गठन में कितना समय लगेगा.
अन्ना ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे गए पत्र में पहले सोनिया गांधी के उनके स्वास्थ के बारे में चिंता ज़ाहिर करने पर उनका आभार व्यक्त किया है.
राष्ट्रीय सलाहकार परिषद मसौदे पर विचार करे
अन्ना ने लिखा है कि सोनिया गांधी ने उनके आंदोलन का समर्थन किया इससे उनकी चिंता कम हुई है.
साथ ही उन्होंने लिखा है सार्वजनिक जीवन में रिश्वत और भ्रष्टाचार पर तुरंत लगाम लगाने की जरुरत है.
उन्होंने लिखा है कि इन मामलों पर क़ानून को और प्रभावशाली होना चाहिए और इसके परिणाम भी दिखाई देने चाहिए.
अन्ना ने लिखा है कि वह सोनिया गांधी को सूचित करना चाहते है कि राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की उप समिति लोकपाल बिल में शामिल सामग्री के मसौदे को लेकर सहमत है. हालांकि उपसमिति ने दो मुद्दों पर आपत्ति जताई है.
इस उप समिति ने चार अप्रैल को समाज के कई जानकार लोगो से बातचीत की थी.
अन्ना ने सोनिया गांधी से इस पत्र में अपील की है कि वह राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की बैठक में इस मसौदे पर विचार-विमर्श करें और जो भी बैठक में निकल कर आता है उसकी सिफ़ारिश करे.
साथ ही अन्ना हज़ारे ने सोनिया से अपने पत्र का जवाब जल्द मांगा है.
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