My father Pulin Babu lived and died for Indigenous Aboriginal Black Untouchables. His Life and Time Covered Great Indian Holocaust of Partition and the Plight of Refugees in India. Which Continues as continues the Manusmriti Apartheid Rule in the Divided bleeding Geopolitics. Whatever I stumbled to know about this span, I present you. many things are UNKNOWN to me. Pl contribute. Palash Biswas
Friday, September 26, 2025
शक्तिफार्म की रामलीला
#पंकज_राय #शक्तिफार्म के हैं,जो 46 साल से #रामलीला में श्रवण कुमार की भूमिका निभा रहे हैं
#उत्तराखंड में #तराई को#मिनी_इंडिया कहा जाता है इसकी सांस्कृतिक विविधता और बहुलता के लिए। पेशे से शिक्षक पंकज बाबू शक्तिफार्म में 1959 में बसाए गए #विभाजन_पीड़ित बंगाली विस्थापित समुदाय के सम्मानित व्यक्ति और प्रेरणा अंशु अनसुनी आवाज़ Ansuni Awaaz समाजोत्थान परिवार के परम सहयोगी है।
तराई के सभी समुदायों के लोग तराई बसने के समय से आपसी सहयोग, प्रेम का साथ रहते हैं और एक दूसरे की सांस्कृतिक गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
#दिनेशपुर, #शक्तिफार्म, #रुद्रपुर जैसे प्रमुख स्थानों पर दुर्गा पूजा, रामलीला और गरबा के साथ शारदीय उत्सव एक साथ मनाया जाता है।
पंकज बाबू ने लिखा है:
जब मैं पहली बार श्रवण कुमार की भूमिका में अभिनय किया था, तब मैं हाईस्कूल में था और मेरी उम्र 16 वर्ष की थी। रामलीला कब प्रारंभ हुई या सही तिथि तो नहीं बता सकता,लेकिन पचपन साल से अधिक समय से रामलीला शक्तिफार्म में हो रही है।इसके संस्थापक स्वर्गीय शंकर सिंह चाचा जी थे।
शक्तिफार्म में सभी भाषा भाषाएं के कलाकारों द्वारा हिंदी में रामलीला खेली जाती है, जिसमें मैं स्वयं पंकज राय सन 1980 से श्री रामलीला में अभिनय कर रहा हूं।
सबसे पहले वर्ष 1980 में श्रवण कुमार और लक्ष्मण की भूमिका में अभिनय किया। कई सालों तक करते रहे। उसके बाद राम और श्रवण कुमार का अभिनय किया। फिर भरत और श्रवण कुमार का अभिनय किया।
बीच-बीच में चरित्र अभिनेता और अभिनेत्री की भी भूमिका निभाई।
रामलीला के पुराने कलाकारों में देवेंद्र मेहरोत्रा, जयन्त मंडल, मनोज राय, अशोक मंडल,विजय बागला,विजय सिंह, विपिन डालमिया, मनोहर लाल गाबा,निहाल सिंह और भी अनेक कलाकारों द्वारा रामलीला मंचन किया जाता है। सबके नाम है बात नहीं पा रहा हूं।
जयंत मंडल पिछले 29 सालों से रावण की भूमिका निभा रहे हैं। देवेंद्र मेहरोत्रा भी 40 साल से अधिक समय से दशरथ की भूमिका निभा रहे हैं।आप सूर्पनखा की भूमिका बहुत बेहतर निभाते रहे।
रवींद्र अग्रवाल, जगन अग्रवाल, महेद्र अग्रवाल, राजीव अग्रवाल ये भी पुराने कलाकार रहे। राजकुमार डालमिया, सन्नी मित्तल, स्वरजीत गयाली, दुलाल सरकार नरेश अरोरा, सुरेश सिंह आदि भी पुराने कलाकार रहे।
वर्तमान में सुमित मंडल (वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष),राजकुमार डालमिया, नितिन गुप्ता, नितिन जिंदल,शिवम रस्तोगी, रमन जायसवाल, प्रेम अरोरा, पांचू भाई मंच पर मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।
शंकर चाचा के जाने के बाद पर्दे के पीछे मुख्य भूमिका संजय गुप्ता निभा रहे हैं। कई वर्षों से व्यवस्थापकों में अजय जायसवाल, दीपक कालरा, राघव सिंह रहे।
यह हमारी गौरवशाली विरासत है।इसे बचाए रखने की जरूरत है।
इस पोस्ट को पढ़कर लाइक और शेयर जरूर करें ताकि इस सद्भावना और प्रेम की सुगंध दसों दिशाओं में फैले।
यह बेहद जरूरी है।
No comments:
Post a Comment