hursday, 14 February 2013 17:38 |
नयी दिल्ली । इटली की सरकारी कंपनी अगस्तावेस्टलैंड ने हेलीकॉप्टर सौदा हासिल करने के लिए 'भ्रष्ट गतिविधि' के तौर पर 217 करोड़ रुपये देने का मन बनाया था। इटली की सरकारी कंपनी अगस्तावेस्टलैंड ने भारत से 3,600 करोड़ रुपये के हेलीकॉप्टर सौदे को हासिल करने के लिए 'भ्रष्ट गतिविधि' के तौर पर कथित रूप से 217 करोड़ रुपये देने का मन बनाया था। उन्होंने कहा, ''जब निविदा जारी की गयी तो मैंने ओर्सी या लुनार्डी को सूचित किया कि 18 हजार फुट की सीमा को कम कर दिया गया है। जिसे अब 15 हजार फुट निर्धारित किया गया है। इससे रूसी और अमेरिकी कंपनियों के साथ अगस्ता भी दौड़ में फिर से आ गयी।'' बिचौलिये ने कथित तौर पर दावा किया कि उसने एसीएम त्यागी के तीनों भाइयों को करीब 72 लाख रुपये का भुगतान किया था। उसने अपने और गेरोसा के लिए भी धन रखने की बात कही। इतालवी जांच अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार बिचौलिये ने आरोप लगाया कि त्यागी उन्हें मुलाकातों के दौरान निविदा की प्रक्रिया के बारे में बताया करते थे। रिपोर्ट कहती है कि हाश्के और गेरोसा ने त्यागी बंधु के जरिये सबसे पहले तो निविदा के ब्योरे में बदलाव करा लिया और 18 हजार फुट की सीमा को 15 हजार फुट करा लिया ताकि अगस्ता वेस्टलैंड स्पा इस प्रक्रिया में शामिल हो सके। इटली में ओर्सी और स्पेगनोलिनी की गिरफ्तारी के बाद भारत ने तीन एडब्ल्यू..101 हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति पर रोक लगा दी है जो शेष छह हेलीकॉप्टरों के साथ मार्च में आने थे। हेलीकॉप्टरों के लिए भुगतान भी रोक दिया गया है और रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि करार के तहत वह सौदे के लिए दी गयी पूरी राशि को वापस पा सकता है। (भाषा) |
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