Thursday, 15 March 2012 17:00 |
नयी दिल्ली, 15 मार्च (एजेंसी) रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने अपने इस्तीफे की खबरों के बीच कड़ा रूख अख्तियार करते हुए आज कहा कि रेल बजट पारित कराना उनकी जिम्मेदारी है। वहीं उन्हें हटाने की तृणमूल कांग्रेस की मांगों के सिलसिले में संसद के दोनों सदनों में आज हंगामा हुआ और सरकार ने कहा रेल मंत्री ने अभी इस्तीफा नहीं दिया है। उन्होंने कहा, ''संप्रग..2 पूरी तरह से स्थिर है और अपना कार्यकाल पूरा करेगी।'' रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी के कथित इस्तीफे और इसके कारण रेल बजट पारित करने पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव के बारे में आज राज्यसभा में भी विपक्षी सदस्यों ने सरकार से स्पष्टीकरण मांगते हुए खूब हंगामा किया। हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं हो पाया और बैठक को महज दस मिनट के भीतर ही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। बैठक दोबारा शुरू होते ही विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने रेल मंत्री के कथित इस्तीफे का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, ''बहुत विचित्र और गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। कहा जा रहा है कि रेल मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है। हम जानना चाहते हैं कि ऐसे में कल पेश किए गए रेल बजट की क्या स्थिति है।'' जेटली ने कहा, ''सरकार के दो दो मंत्रियों .ंत्रिवेदी एवं संसदीय कार्य राज्यमंत्री हरीश रावत.ं के इस्तीफे की खबरें हैं। जब सरकार ही स्थिर नहीं है तो ऐसे में हम कैसे काम कर सकते हैं। हम जानना चाहते हैं कि क्या रेल बजट जिंदा है।'' उनकी पार्टी और माकपा सहित अन्य दलों के सदस्यों ने उनकी बात से सहमति जताई और प्रधानमंत्री से सदन में आकर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। केंद्र सरकार पर देश के संघीय ढांचे से गंभीर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने आज कहा कि संप्रग सरकार गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रही है। पार्टी ने कहा कि यदि वह सरकार में शामिल सभी दलों को साथ ले कर नहीं चल सकती तो उसे सत्ता छोड़ देनी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि त्रिवेदी अब भी रेल मंत्री हैं और रेल बजट पर निर्णय संसद करेगी जिसे कल पेश किया गया है। |
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