Sunday, 11 March 2012 16:34 |
लखनऊ, 11 मार्च (एजेंसी) निर्वाचन आयोग और केन्रदीय बलों की देख-रेख में नहीं होने वाला कोई भी चुनाव नहीं लड़ने का बसपा ने फैसला किया है। उत्तर प्रदेश की 16वीं विधानसभा चुनाव में पराजय का सामना करने वाली बहुजन समाज पार्टी :बसपा: ने सूबे में होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव सहित कोई भी चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया जो निर्वाचन आयोग और केन्रदीय बलों की देख-रेख में नहीं होंगें। बसपा अध्यक्ष मायावती ने विधानसभा चुनाव में हार के कारणों तथा कुछ अन्य विषयों की समीक्षा के लिये आज राजधानी में आयोजित पार्टी के 'अखिल भारतीय कार्यकर्ता सम्मेलन' में कहा कि प्रदेश में सपा की सरकार के लौटते ही 'गुण्डाराज' की भी वापसी हो गयी है। उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजों की घोषणा के फौरन बाद शुरू हुई गुण्डागर्दी बसपा के लिये ज्यादा चिंताजनक है क्योंकि इसका निशाना जानबूझकर इसी पार्टी के कार्यकर्ताओं को बनाया जा रहा है ताकि स्थानीय निकाय चुनाव में सपा को इसका लाभ दिलाया जा सके। विधानसभा चुनाव के नतीजों पर बसपा प्रमुख ने कहा कि वे चुनाव परिणाम सीटों के हिसाब से पार्टी की उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहे।
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