लंदन, 19 मार्च (एजेंसी) हथियारों के आयात के मामले में चीन को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक देश बन गया है जो वैश्विक हथियार बिक्री का 10 फीसदी खरीदता है। स्वीडन के सुरक्षा मामलों के थिंक टैंक ने कहा है कि पिछले पांच वर्षो :वर्ष 2007 से 2011 के बीच: में भारत के हथियारों की खरीद में 38 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है । द स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट :सिप्री: ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि भारत के ठीक पीछे चीन और पाकिस्तान हैं जिनके हथियारों का आयात वैश्विक बिक्री का करीब पांच प्रतिशत है । सिप्री ने कहा कि पाकिस्तान ने इस अवधि के दौरान 'काफी संख्या में लड़ाकू विमान :चीन से 50 जे एफ-17 और अमेरिका से 30 एफ-16: खरीदे हैं ।' उसने बताया कि वर्ष 2006 से 2007 के बीच दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक देश रहा चीन अब चौथे स्थान पर पहुंच गया है जो इस देश के हथियार उद्योग में सुधार और हथियारों के बढ़ते निर्यात को दर्शाता है । सिप्री ने कहा कि चीन अब दुनिया का छठां सबसे बड़ा हथियार निर्यातक देश बन गया है और उससे आगे केवल अमेरिका, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन हैं । उसने कहा, ''हालांकि चीन का हथियार निर्यात बढ़ रहा है लेकिन इस मुख्य कारण यह है कि पाकिस्तान चीन से और ज्यादा हथियार आयात कर रहा है । बीजिंग को किसी अन्य महत्वपूर्ण बाजार में बड़ी सफलता नहीं मिली है ।'' सिप्री के आकलन के मुताबिक भारत में आने वाले 15 साल में करीब 100 अरब डालर के हथियार और विभिन्न प्रणालियां खरीदेगा । सिप्री ने भारत द्वारा हाल ही में किये सौदों जैसे 126 लड़ाकू विमानों और अन्य लड़ाकू विमानोें के सौदे शामिल हैं । | |
No comments:
Post a Comment